Friday, November 22, 2024
HomeTrendingसिर्फ 17 मिनट में होगीं शादी संपन्न, दहेज मुक्त विवाह संत रामपाल...

सिर्फ 17 मिनट में होगीं शादी संपन्न, दहेज मुक्त विवाह संत रामपाल जी महाराज के द्वारा। Dowry Free Marriage in Every House in India

दहेज मुक्त विवाह, दहेज प्रथा, दहेज मुक्त विवाह संत रामपाल जी महाराज, सिर्फ 17 मिनट में शादी संपन्न, बिना बैंड-बाजा-बारात शादी सम्पन्न, दहेज मुक्त विवाह के लिए उठा एक नया कदम, दहेज रूपी कुप्रथा का होगा अब अंत {Dowry Free Marriage, dowry system, dowry free marriage Sant Rampal ji maharaj, Marriage in 17 minutes, marriage without band-baja-baraat, A new step taken for dowry free marriage, The practice of dowry will end now}

दहेज की कुप्रथा सदियों से इस देश में चली आ रही है, और आज इस प्रथा ने एक दानव का रूप ले लिया है, न जाने हर रोज हमारे सामने दहेज प्रथा से जुड़े मुद्दे आते है, बहुत से लोग इसे आप मांग कर लेते है तो बहुत से लोग उपहार के रूप में देते है लेकिन सब के बिच में जिस लड़की का विवाह होता है उसकी बुरी दशा कर दी जाती है आज के इस आर्टिकल में दहेज प्रथा और कैसे इस प्रथा को रोका जा सकता है के विषय पर चर्चा करेंगे। 

1. दहेज प्रथा: 

  • “दहेज प्रथा” इस शब्द से कोई अनजान नहीं है, दहेज नाम सुनने में सभी लोगों को बुरा लगता है लेकिन फिर भी हर कोई इसे लेना और देना चाहता है, ये प्रथा दिन पर दिन बढ़ती चली जा रही है हालाँकि दहेज लेना व देना कानून जुर्म है लेकिन उसके बाद भी ये चीज़ बरकार है जिसी वजह से हर रोज दहेज के लिए लड़कियों की मारने की परेशान करने की खबरे सामने आती है। 
  • हमारे समाज में दहेज का एक सिस्टम बना हुआ है अगर कोई व्यक्ति अपनी लड़की के विवाह में दहेज देगा तो दूसरा व्यक्ति उससे ज्यादा दहेज देने की सोचेगा, अगर लड़का अच्छी पोस्ट पर काम करता है तो उसके लिए दहेज की मांग बढ़ा दी जाती है। 
  • दहेज न सिर्फ लेने वाला व्यक्ति गलत है बल्कि दहेज देने वाले व्यक्ति की भी इस में बराबर गलती होती है जिस वजह पता नहीं आज कितनी औरतें आत्महत्या करके अपनी जान दे देती है। ये प्रथा हमारे समाज के लिए एक बहुत बड़ी समस्या बनती जा रही है, जो की दिन दोगुनी व रात चौगुनी बढ़ती जा रही है, अगर ऐसे ही चलता रहा था वह दिन दूर नहीं जिस दिन हर घर से हर रोज किसी की आत्महत्या की खबर आएगी। 


2. कैसे रोका जा सकता है इस प्रथा को: 

  • दहेज प्रथा दिन पर दिन बहुत गंभीर समस्या बनती जा रही है, ऐसे में इसे रोकने के प्रयास न किये गए तो आगे चलकर यह बहुत बड़ा अभिशाप बन सकती है। जिसे रोकने के लिए कुछ सुझाव हम आपके लिए लेकर आये है। 
  1.  लड़कियों को उनके अधिकारों और कर्तव्य की शिक्षा देनी चाहिए। 
  2. लोगो को दहेज प्रथा के लिए जागरूक कर सकते है, व दहेज मुक्त विवाह के बारे में बताना चाहिए। 
  3. लोगो को दहेज प्रथा से हो रहे दुष्प्रभाव के बारे में बताकर भी इस चुनौती से लड़ा जा सकता है। 
  4. प्रशासन को दहेज प्रथा के खिलाफ जागरूक करना चाहिए। 
  5. दहेज की मांग रखने वालो और दहेज देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। 

3. करनी होगी अब दहेज मुक्त विवाह की शुरुआत: 

  • एक और जहाँ दहेज की समस्या हर रोज बढ़ती जा रही है, वही अब युवा दहेज मुक्त विवाह भी करने लगे है, दहेज मुक्त विवाह करने के लिए युवाओं को खुद जागरूक होना पड़ेगा तथा और बहुत सी परेशानियों का भी सामना करना पड़ेगा, अगर लड़की का पिता कुछ करना ही चाहे तो उसे लड़की को इस काबिल बनाना चाहिए ताकि उसे लड़के वालो को दहेज देने की जरूरत न पड़े, दहेज मुक्त विवाह की शुरुरात से युवाओ के जीवन में शांती आएगी ही साथ ही आगे आने वाली पीढ़ी को भी एक अच्छी सिख मिलेगी। जिससे दहेज प्रथा का प्रभाव धीरे धीरे कम होने लगेगा। 


4. संत रामपाल जी महाराज दहेज प्रथा के बारे में विचार:

  • संत रामपाल जी का कहना है पुराने समय से चली आ रही रूढ़िवादी परम्पराओं को जड़ से खत्म करना चाहते है जिनमें से एक दहेज प्रथा भी है रामपाल अपने भक्त और शिष्यों को रमैणी यानि की दहेज मुक्त विवाह के लिए जागरूक करते है। उन्होंने अपने कई भक्तों के विवाह दहेज मुक्त करवाया है इस विवाह में न तो रिश्तेदार आमंत्रित होते है नही बारात या अन्य रश्मे होती है, इनके बताये गए नियम के अनुसार वर और वधु को सभी देवी देवताओं को साक्षी मानकर वचन दिलाये जाते है और विवाह संपन्न कर दिया जाता है। 

5. सिर्फ 17 मिनट में सम्पन्न होगा दहेज मुक्त विवाह: 

  • संत रामपाल जी महाराज ने भारत को दहेज मुक्त बनाने की प्रतिज्ञा की है, इसलिए इन्होंने सभी अंधविश्वासी नियमों को अस्वीकार कर एक नई विधि निकाली है। जिससे मात्र 17 मिनट में वर वधु का विवाह संपन्न हो जायेगा। इस विवाह में बाकी विवाह जैसी कोई रस्म नहीं होती है। 
  • इस विवाह में वर वधु को 33 करोड़ देवी देवताओं को साक्षी मानकर 7 वचन दिलाये जाते है तथा विवाह सम्पन कर दिया जाता है। इस विधि से संत रामपाल दास जी महाराज बहुत से विवाह करवा चुके है जिनसे वर वधु भी पूरी तरह संतुष्ट है। 


दोस्तों आज के इस लेख में दहेज प्रथा व दहेज मुक्त विवाह के बारे में चर्चा की है आपको यह पोस्ट कैसी लगी हमें कमेंट करके जरूर बताना और हाँ ऐसी ही पोस्ट हर रोज पढ़ने के लिए आप हमारी वेबसाइट Knovn.in को फॉलो कर सकते है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments