अनुराधा रेड्डी मर्डर केस, श्रद्धा मर्डर केस, अनुराधा मर्डर प्लान जैसे श्रद्धा मर्डर, अनुराधा नर्स थी, चंद्रमोहन, हैदराबाद में करंट न्यूज, दिलसुखनगर में रह रहा था मर्डर, 17 मई 2023 अनुराधा मर्डर हुआ, 16 मई 2022 श्रद्धा मर्डर हुआ, ट्रेंडिंग न्यूज हैदराबाद, तिलगलगुडा नगर, नगर निगम में कचरे के ढेर में एक सिर मिला(anuradha reddy murder case, shraddha murder case, anuradha murder plan like shraddha murder, anuradha was a nurse, chandramohan, current news in hyderabad, murderer was living in dilsukhnagar, 17 may 2023 anuradha murder done, 16 may 2022 shraddha murder done, trending news in hyderabad, tilgalaguda nagar, nagar nigam, a head was found in waste dump)
मर्डर की कहानी किसी क्राइम सीन से कम नहीं है | इस केस को पढ़ने के बाद लगेगा कि श्रद्धा मर्डर केस की तरह हूबहू मर्डर किया है | उस केस की कॉपी की गयी हो | इस केस की शुरुआत 17 मई को 7 बजके 34 मिनट पर होती है | श्रद्धा का मर्डर ठीक 16 मई 2022 को हुआ था और इस हत्या के ठीक एक साल बाद 17 मई को हैदराबाद में वैसी ही एक क्राइम को अंजाम दिया गया | 17 मई को कूड़े के ढेर में एक महिला का सिर कटा हुआ पड़ा था | इस केस की कहानी खौफनाक है लेकिन यकीन करना आसान नहीं होगा |
कहानी में हैदराबाद शहर के तिगालगुडा रोड पर रोज की तरह नगर निगम वाले साफ़ सफाई कर रहे थे | तब नगर निगम के कर्मचारी सुधाकर की नज़र कचरे में पड़ी एक पॉलिथीन पर गयी, जिसे देखने पर लग रहा था कि किसी ने उसे बहुत टाइट पैक किया हो | सुधाकर ने थैली खोली उसके बाद उसने उस थैली के अंदर जो देखा वह बहुत खौफनाक था और शायद सुधाकर उसे अपनी पूरी उम्र में कभी भी नहीं भूल पायेगा | पॉलिथीन खोलते ही सुधाकर के मुँह से चीख निकली और पॉलिथीन को दूर फेंक कर पीछे हट गया | उस पॉलिथीन में एक महिला का कटा हुआ सिर था | जिसको देखकर हर कोई घबरा जाये | पुलिस ने इस कटे सिर की जानकारी बरामद करने के क्षेत्र के 450 सीसीटीवी खोजे और शहर में महिलाओं के गुम होने के केस खंगाले तो तो पता चला कि 250 महिलाएं गुमशुदा है | लेकिन एक हफ्ते में पुलिस को इसकी जानकारी धीरे धीरे पट चलने लगी | पुलिस के लिए सबसे पहले कटे सिर की जानकारी निकलना जरूरी था | पुलिस ने अपने पर्सनल सोर्स से पता करने की कोशिश की तो 5 दिन बाद पुलिस को जानकारी प्राप्त हुई | जानकारी के मुताबिक महिला का नाम यारम अनुराधा रेड्डी थी जो दिलसुख नगर की रहने वाली थी और उसकी उम्र 55 साल थी |
महिला अनुराधा के पति मर चुके थे | जिसके बाद वह 15 साल से अकेली रह रही थी और अभी कुछ ही समय पहले वो चंद्रमोहन के साथ रहने लगी | अनुराधा चंद्रमोहन को जानती थी | पति की मृत्यु के बाद अकेले रहने की वजह से चंद्रमोहन के साथ रहते वक़्त चंद्रमोहन उनकी नज़दीकियां बढ़ने लगी | जानकारी के लिए बता दे कि चंद्रमोहन अनुराधा से 7 साल छोटे थे यानि चंद्रमोहन की उम्र 48 साल थी | अनुराधा के एक दो रीढ़तेदारों के आलावा कोई नहीं था और न ही वो किसी से बात | लेकिन एक दिन अनुराधा अपने घर से रहस्मयी तरीके से गायब हो गयी | 12 मई 2023 को नर्सें का काम करने वाली अनुराधा को इस दिन ही लोगों ने जिंदा देखा था | अनुराधा के रिश्तेदारों ने भी अनुराधा से बात करने की कोशिश की लेकिन उनकी बात नहीं हो पाई बल्कि अनुराधा के फ़ोन से उन्हें एसएमएस आता था | ऐसे ही दिन गुजरते चले गए | जब पुलिस ने केस की जानकारी के लिए आस पास के सीसीटीवी चेक किये तो उस समय जा रहे एक ऑटो रिक्शा में बैठे शख्स पर उनका शक गया | उसको पहचानना नामुमकिन था |
पुलिस ने सीसीटीवी में देखा कि जब उस शख्स ने वो कटा सर पॉलिथीन में कचरे के ढेर में फेंका तो उसी समय उसने एक पानी की बोतल भी खरीदी | और इत्तेफाक से उसने पानी की बोतल के लिए ऑनलाइन पेमेंट किया | और उसकी यूपीआई आईडी से पुलिस ने उसकी जानकारी निकाली | और पता चला कि वो शख्स दिलसुखनगर का निवासी चंद्रमोहन था | पुलिस पूरी जानकारी के लिए मुजरिम के घर गई | जहां पर चंद्रमोहन तो मिला साथ ही अनुराधा के कत्ल की कहानी सामने आयी | लेकिन जब पुलिस ने उससे इसके बारे में पूछा तो उसने इस मर्डर केस में शामिल नहीं था ऐसे इंकार कर दिया | उसके घर की तलाशी लेने के बाद उसके घर के फ्रिज में अनुराधा के हाथ पांव के टुकड़े मिले | और उस घर में रखे बक्से में अनुराधा का धड़ मिला | इसके बाद चंद्रमोहन ने अपना जुर्म कबुल कर लिया और बताया कि 12 मई को उसने चाकू से मार कर हत्या कर दी | और लाश के टुकड़े कर किश्तों में ठिकाने लगाने की कोशिश करने लगा |
चंद्रमोहन ने लाश को ठिकाने लगाने के लिए दो कटिंग मशीन खरीदी जिसके बाद चंद्रमोहन ने पहले सिर को काटा और फिर हाथ पैर काटे और उनको फ्रिज में रख दिया | और बचे हुए शरीर को उसने घर में ही रखे बक्से में रख कर घर में ही रख लिया और सबसे पहले सिर को ठिकाने लगाने के कोशिश की | 15 मई को चंद्रमोहन अपने घर से सिर को लेकर एक पॉलिथीन में पैक करके घर से निकल गया और तिगालगुडा बगैर के पास बहती मूसी नदी में डालने की कोशिश कर वहां से चला गया लेकिन नदी में पानी कम होने के कारण से वह सिर पास ही पड़े कचरे के ढेर में जा पड़ा | जिसके बाद चंद्रमोहन के घर में रखे धड़ की बदबू फैलने लगी | जिससे छुटकारा पाने के लिए उसने बाजार से फिनाइल, परफ्यूम और अगरबत्ती खरीदी। ताकि घर में बदबू न आये और इस में वह कामयाब भी हो गया लेकिन जब पुलिस को केस की जानकारी मिली तो पुलिस को घर में घुसते ही बदबू आ गयी और उन्होंने पूरी जानकारी पता कर ली।
चंद्रमोहन ने बताया कि अनुराधा नर्स के काम के साथ ही लोगों को ब्याज पर पैसे उधार देने का काम करती थी और हर समय अनुराधा के पास कैश रहता था | चंद्रमोहन ने अनुराधा से 7 लाख रुपए उधार लिए हुए थे लेकिन उसने अनुराधा को एक भी पैसा नहीं दिया वो मांग थी | 12 मई को उधार मांगने के चक्कर में दोनों में लड़ाई हो गयी जिसके बाद चंद्रमोहन ने घर में रखे चाकू से अनुराधा का मर्डर कर दिया | चंद्रमोहन ने कई बार चाकू से अनुराधा के पेट और छाती पर वार किया और उसकी हत्या कर दी उसके बाद चंद्रमोहन ने अनुराधा की लाश को ठिकाने लगाने का ये पूरा खौफनाक रहस्य रचा |
ऐसी ही मजेदार जानकारी के लिए आप हमारे पेज को फॉलो कर सकते है |